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फुर्सत मिले कभी तो

फुर्सत मिले कभी तो , मिलना कभी अकेले
शहर वही जगह वही जहा मिले थे हम पहले
फिर से एक हो जायेंगे दो दिल
जो  बिता रहे थे दिन साथ मे, आज हो गये है अकेले

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तुम सोच मेरी तुम समझ मेरा तुम बिन ना सोचे मन ये मेरा और ना ही धड़के दिल ये मेरा  मेरा मुझमे जो भी है कहने लगा  "अब तुझमे मे ही है रहना और हसते हसते मिट जाना अब तुझमे ही है रहना और हसते हसते मिट जाना "                             -kartikofficialy 

उसके दिये जख्म

उसके दिये जख्मो को भुला लेना उसे छुने से बेहतर हैं हाथ जला लेना महफिल सजाओ शायर बुलाओ और अगर शराब लाना तो मुझे बुला लेना